परमात्मा सर्वव्यापक और सर्वव्यापकता से भी परे है । प्रश्न है , उनके दर्शन कैसे हों और इसके लिए ‘ कहाँ ' और किस रास्ते ' चला जाय ? इस गूढ़ प्रश्न का उत्तर संत सद्गुरु ही दे सकते हैं । वे सच्चे मार्गदर्शक और सद्युक्ति से परमात्मा का साक्षत्कार कराने में समर्थ होते हैं । संत सद्गुरु महर्षि संतसेवी परमहंसजी महाराज के इन पर वचनों का पाठ करके आप उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर पास सकते हैं। इस पुस्तक में पूज्यपाद के 13 प्रवचन है और पुस्तक 72 पृष्ठ का है। मूल्य मात्र ₹20 में PDF फाइल उपलब्ध है।