संतमत के महान आचार्य महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज का संक्षिप्त जीवनवृत्त, संतमत, संतपंथ, अपवर्ग, संतमत में ईश्वर का स्वरूप, ईश्वर का सत्ता, ईश्वर एक और उसकी प्राप्ति का मार्ग भी एक, जीवात्मा सर्वेश्वर का अभिन्न अंग है। प्रकृति आदि सहित है और सुजीत है। आदि विषयों की चर्चा।